चाँद सितारे फूल और जुगनू
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Wednesday 1 January 2014
खुशामदीद २०१४
कभी नरमी, कभी सख्ती , कभी उजलत, कभी देर
वक़्त ऐ दोस्त ! बहरहाल गुज़र जाता है
लम्हा -लम्हा नज़र आता है कभी एक साल
कभी लम्हों की तरह साल गुज़र जाता है
-नए साल की नयी आमद मुबारक
1 comment:
Alpana Verma
4 January 2014 at 10:34
Naya Saal aap ko bhi Mubarak ho...!
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Naya Saal aap ko bhi Mubarak ho...!
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