Monday 4 September 2023
Ahha
आवारगी: सुनो: जब मधुश्रुत की पागल बयार छाएगी सूनी रजनी दुल्हिन सी शर्माएगी तब सुबह सेज के सुमनों को छू लेना इनमें तुमको मेरी सुगंध आएगी (अज्ञात )
Saturday 3 June 2023
आवारगी: वाह रे भई ! फूफी सितारा मेरे बचपन की उन क़दीम या...
आवारगी: वाह रे भई ! फूफी सितारा मेरे बचपन की उन क़दीम या...: वाह रे भई ! फूफी सितारा मेरे बचपन की उन क़दीम यादों में से हैं जो अपनी चमक दमक और रोशनी से बहुत देर तक ज़हन पर छाये रहते हैं. उनके परांदे...
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